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APNA DHABA | अपना ढाबा मुंगेर बिहार

APNA DHABA | अपना ढाबा मुंगेर बिहार Apna Dhaba, Haveli Kharagpur, Munger, Bihar, India. अपना ढाबा मुंगेर बिहार . Laxmi aayegi itni ki sab jagah Naam hoga, Laxmi aayegi itni ki sab jagah Naam hoga, Din raat vyapar bade itna adhik kaam hoga, Ghar Pariwar samaj me banoge Sartaj, Yehi Kamna hai hamari aap ke liye Diwali ki Dhero Shubh Kamanaye. स्वाद भी सेहत भी. शुद्ध खाने का स्वाद सिर्फ अपना ढाबा में ! मुंगेर जिले का प्रसिद्ध ढाबा "अपना ढाबा " 💯% pure food.

क्या हम बिहारी सिर्फ नौकर बनने के लिए जन्म लिए है?

कभी आपने सोचा है? क्या हम बिहारी सब दिन दूसरे के काम करने के लिए जन्म लिए है! क्या हम बिहारी सिर्फ नौकर बनने के लिए जन्म लिए है? क्या हमें कंपनी का मालिक बनने का हक नहीं है? बनने का हक है, जी नहीं हमारे नेताओ ने बिहार का विकास नहीं किया, जिसका परिणाम है, आज हम लोग बिहार से बाहर, दूसरे के यहाँ मजदूरी करने को बेवस है! क्या हमारे बिहार में, नौकरी नहीं मिल सकती - जबाब है, नहीं? बिहार में सरकारी संसाधनों का आभाव है, सरकारी तंत्र से जुड़े लोग, जनता के सम्पति का दोहन कर रहे है! ये दोहन सरकारी तंत्र कभी भी नहीं कर सकता अगर बिहार के नेता अगर कुंठित मानसिकता के नहीं होते! लेकिन आपका हक़ बिहार के बाहर का नेता छिन लेता है, साथ देते है आपके बिहारी नेता! आज समय आया है, की बिहार को अलग राज्य का दर्जा मिले, सब साथ होकर इस कार्य को आगे बढ़ाये। जरा उनलोगो से पूछने की जरुरत है, जो लोग बिहार से बाहर काम करते है, जरा उनके दर्द को सुनो समझो, ये हम बिहारियों का हक़ नहीं की हम अपनी जिंदगी अच्छे तरीके से जिए!

बिहार सभी राज्यों से पीछे क्यों है, कभी आपने सोचा है?

साक्षरता बिहार में ६१.३% है! ५% बच्चे स्कूल छोड़ देते है, १४ के उम्र जाते जाते! बिहार में कोई बड़ा सा कारखाना भी नहीं है, जो अनपढ़ लोगो को नौकरी दे! जो पढ़ाई लिखाई करते है, उनके पास सरकारी नौकरी के आलावा कोई विकल्प नहीं बचता है! लेकिन दुनिया की कोई भी सरकार १००% जनता को जॉब नहीं दे सकती! तो तैयार होता है, यही से बेरोजगार की फौज! जो बिहार से बाहर पलायन करने लगती है! अब यह सोचने का सवाल है, कोई भी नया राज्य आपको, आपके योग्यता के अनुरूप ही नौकरी देगा! मतलब वहाँ भी बहुत ज्यादा समस्या है नौकरी की! चलिए सोचते है की नौकरी मिल गयी तो आप बचाएंगे क्या? आप ९०% तो वही खर्च कर दोगे, जैसे की कमरे का किराया, महीने का खाना, दवाई, बच्चे का स्कूल फीस, वैगेरह वैगेरह इत्यादि! इससे बिहार में पैसा आता है नहीं, और दूसरे राज्य हमसे विकसित होते जा रहे है, साथ में हम बिहारी दूसरे राज्यों का विकास ५० वर्षो से करते आ रहे है! अब सवाल ही तो बिहार का विकास होगा कैसे? मेरे सुझाये गए कुछ मुख्य बिंदु पर ध्यान दे! १. जो हो सके बिहार अपनी खपत की वस्तु खुद बनाये! जिससे हम दूसरे राज्यों को पैसा नहीं देंगे! २. जो वस्तु