साक्षरता बिहार में ६१.३% है! ५% बच्चे स्कूल छोड़ देते है, १४ के उम्र जाते जाते!
बिहार में कोई बड़ा सा कारखाना भी नहीं है, जो अनपढ़ लोगो को नौकरी दे! जो पढ़ाई लिखाई करते है, उनके पास सरकारी नौकरी के आलावा कोई विकल्प नहीं बचता है! लेकिन दुनिया की कोई भी सरकार १००% जनता को जॉब नहीं दे सकती! तो तैयार होता है, यही से बेरोजगार की फौज! जो बिहार से बाहर पलायन करने लगती है! अब यह सोचने का सवाल है, कोई भी नया राज्य आपको, आपके योग्यता के अनुरूप ही नौकरी देगा! मतलब वहाँ भी बहुत ज्यादा समस्या है नौकरी की! चलिए सोचते है की नौकरी मिल गयी तो आप बचाएंगे क्या? आप ९०% तो वही खर्च कर दोगे, जैसे की कमरे का किराया, महीने का खाना, दवाई, बच्चे का स्कूल फीस, वैगेरह वैगेरह इत्यादि!
इससे बिहार में पैसा आता है नहीं, और दूसरे राज्य हमसे विकसित होते जा रहे है, साथ में हम बिहारी दूसरे राज्यों का विकास ५० वर्षो से करते आ रहे है!
अब सवाल ही तो बिहार का विकास होगा कैसे?
मेरे सुझाये गए कुछ मुख्य बिंदु पर ध्यान दे!
१. जो हो सके बिहार अपनी खपत की वस्तु खुद बनाये! जिससे हम दूसरे राज्यों को पैसा नहीं देंगे!
२. जो वस्तु बिहार में होता है, उसे हम विश्व पटल पर ले जायेगे!
३. अपव्यय न करें! दूसरे की सहायता करने की भावना को जागृत करें!
४. शिक्षा पर ज्यादा ध्यान दें, और अपने लड़का और लड़की दोनों को पढ़ाये!
५. प्रत्येक जिला में गृह उद्योग लगाए और स्थानीय तौर पर अपने सामान की बिक्री करे!
६. सबसे बड़ी बात आपके सरकार के द्वारा कौन से काम हो रहे है, उनपर ध्यान देना आप का अधिकार है!
और मेरा बिहार सरकार और राज्य के सभी राजनीतिक दल से आग्रह है, की आप अनपढ़, क्रिमिनल को अपने पार्टी का उमीदवार नहीं बनाये!
जिनको कुछ समझ हो विकास का उनको ही टिकट दे की वो जनता का कल्याण कर सके!